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Two Line Shayari दो लाइन शायरी
May 27, 2020
परेशान जिंदगी में मैंने
अब जीने का सलीका बदल दिया
कुछ बुरा भुला दिया और
कुछ अच्छा फिर से याद कर लिया
परेशान भी होता नहीं क्योंकि मैंने दिल को समझा लिया
और मुस्कुरा कर हर दिक्कत को हैरान कर दिया
मैंने रोना छोड़ दिया ,वक़्त रहते देर से सोना छोड़ दिया
अब सहमती नहीं कलम हाथों में
क्योंकि मैंने खुद को कमजोर समझना छोड़ दिया
अब जिस ढंग में भी गुजरेगी जिंदगी
तालीम ओर होगी
मैं जिसके लिए लिखता था वो परेशानी तुम नहीं हो
तो शायद कोई ओर होगी
फिर से चलेगा सिलसिला नया ,वही जिंदगी पार्ट वन-टु
मेरी गलतियो से सीख लो दोस्तों मत किया करो अनबन तुम
अगर वक़्त रहते सोचा होता तो जिन्दगी खुशहाल होती
और संग रहते तुम दो
इस छोटी सी जिंदगी में दिक्कतें बहुत है
कभी सुबह देर तक सोता हूँ
कभी पूरी रात नींद आती नहीं
कभी सब कुछ अपना-सा लगता है
कभी कोई भी भाता नहीं
कभी थका हूँ कि हार-सा गया
कभी थकावट क्या है जान पाता नहीं
कभी निकलता हूँ तन्हा-सा
कभी भीड़ से छूट पाता ही नहीं
कभी शोर पसन्द है
कभी शोर से बच पाता ही नहीं
कभी बातें अच्छी लगे
कभी लज्फ चुभे बिन रहता ही नहीं
कभी ठहाके लगाता हूँ जोरों से
कभी मैं हंस पाता ही नहीं
कभी सब हमदर्द लगते है
कभी कोई साथ निभाता नहीं
कभी आजाद-सा होता हूँ
कभी फर्ज खत्म होते ही नहीं
कभी शांत सा होता हूँ
कभी रोना रुकता ही नहीं
एक अरसा हो गया है
हमारी अनबन हुए
हमें झगड़े हुए
चलो आज दबी हुई बातों को टटोलते है
तकरार करने को कुछ कड़वा बोलते हैं
बहुत बड़ी चाह ,अनचाहा है सफर
टाइम कम , बड़ी लंबी है डगर
वही हसर, सबका होना है
इस मिट्टी से ही बना, इस मिट्टी में ही खोना है
ना हंसना है, ना रोना है
यही सजा हुई है तैयार
तेरा गलत था ,मेरी बेपरवाहियों का हो जाना शिकार
आसार आज भी धुंधले है
पर रिजल्ट पूरा मिलेगा
जहाँ सूरज छिपेगा
वही मेरा साया डलेगा ।
• जिदंगी बड़ा आसान-सा लफ्ज है सुनने में,सालों लग जाते है जीवन को जीवन बनने में
•हो सकता है जिदंगी आजमाए तुम्हें हर मोड़ पर,पर याद रखना तुम्हें जीतना है हमेशा दौड़कर
•मैं डरता नहीं जिदंगी में मिले धोखे अगर,मैं होंसला रखता हूँ जो जीत लेगा डगर
•मैंनें इश्क नहीं किया हुस्न और चेहरों से,मेरी निगाहों को पहचान मंजिल की थी
•दर्द एक बहाना है हार मानकर बैठने का ,तुम्हारी सच्ची लगन नजरिया बदल देती है तुमको देखने का
• यूं तो सवालों से परेशान है जमाना,कुछ जवाब के बाद भी अधूरे बैठे है जैसा करोगे वैसा भरोगे से अनजान ,लोग यहाँ पाप किए बैठे है
•जिंदगी लंबी है आराम से जीए,जल्दबाजी में अपनी जिम्मेदारियों से आगे मत निकल जाना